चिकित्सा मंत्री ने पहली ही बैठक में दी प्रस्ताव को मंजूरी: एनएचएम में संविदा नर्स, महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ता एवं सीएचओ के पदों में बढ़ोतरी, अब 9890 पदों पर होगी भर्ती

चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री (Medical and Health Minister) गजेन्द्र सिंह ने सोमवार को स्वास्थ्य भवन में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग तथा चिकित्सा शिक्षा विभाग की बैठक ली।
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री (Medical and Health Minister) गजेन्द्र सिंह ने सोमवार को स्वास्थ्य भवन में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग तथा चिकित्सा शिक्षा विभाग की बैठक ली।

जयपुर। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री (Medical and Health Minister) गजेन्द्र सिंह ने सोमवार को स्वास्थ्य भवन में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग तथा चिकित्सा शिक्षा विभाग की बैठक ली। उन्होंने पहली ही बैठक में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (National Health Mission) के तहत वर्ष 2022 एवं 2023 में विज्ञापित संविदा नर्स, महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ता एवं सीएचओ के पदों में 2713 पदों की बढ़ोतरी के प्रस्ताव को मंजूरी प्रदान की। अब कुल 9890 पदों पर भर्ती का प्रस्ताव राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड (Rajasthan Staff Selection Board) को भिजवाया जाएगा।

बैठक में अतिरिक्त मुख्य सचिव, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य शुभ्रा सिंह ने चिकित्सा मंत्री (Medical Minister) को अवगत कराया कि वर्ष 2023 में विज्ञापित संविदा नर्स के 1588 पदों में 750 पद बढ़ाकर कुल 2338 पद, संविदा महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ता के 2058 पदों में 1000 पदों को बढ़ाकर कुल 3058 पद कर दिये गये हैं। साथ ही सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी (सीएचओ) के 3531 पदों में 963 पदों को बढ़ाकर कुल 4494 पद कर दिये गये हैं। इस प्रकार पूर्व में विज्ञापित 7177 पदों के स्थान पर अब 9890 पदों पर भर्ती हेतु राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड को प्रस्ताव भिजवाये जाएंगे। जल्द ही राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड द्वारा संशोधित विज्ञप्ति जारी की जाएगी।

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चिकित्सा मंत्री (Medical Minister) ने करीब 6 घंटे तक चली बैठक में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग तथा चिकित्सा शिक्षा विभाग के अधिकारियों से विभाग की योजनाओं, कार्यक्रमों, निर्माणाधीन भवनों एवं अन्य परियोजनाओं के संबंध में जानकारी प्राप्त की। उन्होंने अधिकारियों से राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन, विकसित भारत संकल्प यात्रा, मुख्यंमत्री निःशुल्क दवा एवं जांच योजना, आयुष्मान आरोग्य मंदिर, प्रधानमंत्री जन-मन कार्यक्रम, 108 एवं 104 एम्बुलेंस सेवा, आयुष्मान भारत चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना, एचआईवी एड्स, खाद्य सुरक्षा, औषधि नियंत्रण सहित अन्य योजनाओं के बारे में जानकारी ली। साथ ही विभाग के कार्मिकों एवं भर्तियों से जुड़े विषयों पर भी चर्चा की।

चिकित्सा मंत्री (Medical Minister) ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग जनसेवा एवं जनभावनाओं से जुड़ा विभाग है। हम सबकी जिम्मेदारी है कि प्रदेश के हर नागरिक को बेहतरीन स्वास्थ्य सेवाएं सुलभ हों। स्वास्थ्य के क्षेत्र में हमारा प्रदेश अग्रणी हो। इसी सोच के साथ विभाग के सभी अधिकारी एवं कार्मिक समर्पित भाव से एवं संवेदनशीलता के साथ काम करें। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की पहल पर संचालित विकसित भारत संकल्प यात्रा (Vikas Bharat Sankalp Yatra) में निर्धारित लक्ष्यों को समयबद्ध रूप से हासिल करने के निर्देश दिए।

ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं को और मजबूत बनाने पर जोर—

सिंह ने ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं को और मजबूत बनाने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में स्थित चिकित्सा संस्थानों में चिकित्सक एवं पैरा मेडिकल स्टाफ आवश्यक रूप से उपस्थित रहें और समय पर आएं। यह सुनिश्चित किया जाए कि ग्रामीण क्षेत्रों के चिकित्सा संस्थानों में स्वास्थ्य सुविधाओं के साथ ही मानव संसाधन की पर्याप्त उपलब्धता हो।

चिकित्सा संस्थानों में नहीं रहे दवाओं की कमी, मिलावट पर हो सख्त कार्रवाई—

सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री निःशुल्क दवा योजना में चिकित्सा संस्थानों तक दवाओं की आपूर्ति सुगमतापूर्वक हो। कहीं भी दवाओं की कमी नहीं रहे। साथ ही दवाओं की गुणवत्ता का भी पूरा ध्यान रखा जाए। उन्होंने खाद्य सुरक्षा एवं औषधि नियंत्रण से जुड़े अधिकारियों से चर्चा करते हुए कहा कि खाद्य पदार्थों में मिलावट लोगों के जीवन से खिलवाड़ है। इसके विरूद्ध सख्त कार्रवाई सुनिश्चित करें। मिलावट की रोकथाम के लिए नियमित रूप से खाद्य पदार्थों के सैम्पल लिए जाएं और अमानक पाए जाने पर कड़ी कार्रवाई की जाए।

मेडिकल कॉलेजों की स्थापना और निर्माण कार्यों में लाएं गति—

चिकित्सा मंत्री (Medical Minister) ने कहा कि उच्च स्तरीय स्वास्थ्य सेवाओं की पहुंच सुनिश्चित करने के लिए केन्द्र सरकार ने राजस्थान में बड़ी संख्या में मेडिकल कॉलेज स्वीकृत किए हैं। इनकी स्थापना एवं निर्माण कार्य को गति दी जाए ताकि आमजन को जल्द से जल्द इनका लाभ मिलना सुनिश्चित हो। उन्होंने चिकित्सा संस्थानों के अन्य निर्माणाधीन भवनों का काम भी समय सीमा में पूरा करने के निर्देश दिए।

बैठक में राजस्थान स्टेट हैल्थ एश्योरेंस एजेंसी की मुख्य कार्यकारी अधिकारी शुचि त्यागी ने आयुष्मान भारत चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना के बारे में जानकारी दी। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के मिशन निदेशक डॉ. जितेन्द्र कुमार सोनी एवं अतिरिक्त मिशन निदेशक एनएचएम प्रियंका गोस्वामी ने राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के विभिन्न कार्यक्रमों के बारे में जानकारी दी।

चिकित्सा शिक्षा आयुक्त शिवप्रसाद नकाते ने चिकित्सा शिक्षा विभाग एवं खाद्य सुरक्षा व औषधि नियंत्रण विभाग, राजस्थान मेडिकल सर्विसेज कॉरपोरेशन की प्रबंध निदेशक अनुपमा जोरवाल ने दवाओं की आपूर्ति एवं खरीद, निदेशक जनस्वास्थ्य डॉ. रवि प्रकाश माथुर ने राजकीय चिकित्सा संस्थानों में उपलब्ध सेवाओं के बारे में जानकारी दी।

इस अवसर पर निदेशक अराजपत्रित सुरेश नवल, निदेशक आरसीएच डॉ. लोकेश चतुर्वेदी, निदेशक एड्स डॉ. सुशील कुमार परमार, अतिरिक्त निदेशक ग्रामीण स्वास्थ्य डॉ. रवि प्रकाश शर्मा, मुख्य अभियंता सिविल संजय सक्सेना, निदेशक सीफू डॉ. ओपी थाकन सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारीगण मौजूद थे।

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