जयपुर। चेन्नई (Chennai) से जयपुर (Jaipur) घूमने आए पर्यटक पार्थ सारथी ने इंदिरा रसोई (Indira Rasoi) में मात्र 8 रुपए में भोजन किया और संतुष्ट भी हुए। पार्थ सारथी ने अपना अनुभव सुनाते हुए बताया कि “वे परिवार के साथ चेन्नई से जयपुर घूमने के लिए आए है। जब वे जल महल (Jal Mahal) देखने के लिए आए तब उन्होंने देखा कि बड़े से बैनर पर लिखा हुआ था ‘8 रुपए में भरपेट खाना’। यह देख उन्हें विश्वास नहीं हुआ।
जब उन्होंने इंदिरा रसोई (Indira Rasoi) जाकर खाना खाया तब पाया कि यहां का खाना बिल्कुल घर जैसा है। जिस साफ-सफाई एवं स्वच्छता के साथ यहां खाना परोसा जा रहा है, वह काबिले तारीफ है। किसी दूसरे राज्य में सिर्फ 8 रुपए में खाना मिलना सपने जैसा लगता है, लेकिन राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Chief Minister Ashok Gehlot) के द्वारा शुरू की गई इंदिरा रसोई योजना (Indira Rasoi) के कारण यह सपना सच हो रहा है।”
उन्होंने बताया कि “हमने यहां देखा है कि गरीब एवं मजदूर वर्ग के लोग जो अधिक खर्च के कारण ठीक से पौष्टिक भोजन नहीं कर पाते हैं । उनको यहां मात्र 8 रुपए में पौष्टिक घर जैसा खाना मिल रहा हैं। राजस्थान सरकार की यह बहुत ही अच्छी योजना है। इस योजना से अब प्रदेश में सभी को भरपेट गुणवत्तापूर्ण खाना प्राप्त हो रहा है। इस तरह की योजनाओं को सभी राज्यों में लागू किया जाना चाहिए।” जिससे पर्यटको को ससता, सुपाच्य और पौष्टिक भोजन मिल सके।
इसी प्रकार मध्य प्रदेश से राजस्थान दर्शन के लिए आए हुए महिला समूह की महिलाओं ने बताया कि इंदिरा रसोई (Indira Rasoi) का खाना खाने पर ऐसा महसूस हुआ जैसे कि हम अपने घर में खाना खा रहे हैं साथ ही यहां के स्टाफ द्वारा जिस अपनेपन से खाना परोसा जाता है उससे ऐसा महसूस नही हुआ की हम कही बैठकर खाना खा रहे है। उन्होंने यह भी बताया कि जब कहीं बाहर घूमने जाते हैं, तो सबसे ज्यादा दिक्कत खाने की होती है, हजारों रुपए खर्च होने के बाद भी अच्छा खाना नहीं मिल पाता है। लेकिन राजस्थान (Rajasthan) एक मात्र राज्य है जो सिर्फ 8 रुपए में लोगो को पौष्टिक खाना खिला रहा है। यह राज्य सरकार की बेहतरीन योजना है।
राजस्थान सरकार प्रतिबद्ध है कि प्रदेश के हर आदमी को सस्ता, सुपाच्य और गुणवत्ता से भरपूर पोष्टिक भोजन मिले। मुख्यमंत्री (Chief Minister) गहलोत की इसी सोच का परिणाम है उनके संकल्प ‘कोई भूखा ना सोए’ के साथ इंदिरा रसोई योजना प्रदेश भर में लोगों के लिए वरदान साबित हुई है। इंदिरा रसोई (Indira Rasoi) के तहत मात्र 8 रुपए में प्रदेशभर में लगभग 7 करोड़़ से ज्यादा थाली परोसी जा चुकी हैं राज्य सरकार द्वारा कुल एक हजार रसोई के साथ 13.81 करोड़़ थाली का लक्ष्य निर्धारित किया है। प्रदेश के सभी नगर निकायों में संचालित इंदिरा रसोईयां जो गरीब एवं जरूरतमंद का पेट भर ही रही है वहीं पर्यटकों को भी रास आने लगा इंदिरा रसोई का खाना।