
जयपुर। चौमूं नगरपालिका (Municipality) द्वारा बस स्टैंड से लेकर थाना मोड़ तक दिया गया वाहन पार्किंग (Vehicle Parking) के ठेके का विवाद बढ़ता ही जा रहा है। आये दिन पार्किंग (Parking) को लेकर विवाद खड़ा हो रहा है।
भारतीय जनता पार्टी प्रदेश मुख्य प्रवक्ता एवं विधायक रामलाल शर्मा ने कहा कि चौमूँ नगर पालिका प्रशासन और पुलिस की मिलीभगत से चौमूँ की जनता को लूटने का काम किया जा रहा है और नगर पालिका एक्ट की किसी भी धारा के अंदर पार्किंग (Parking) स्थान उपलब्ध करवाना, पार्किंग के लिए नीलामी करना या ठेका देना यह प्रथा तो हमने सुनी थी, लेकिन नगरपालिका चालान करें और वो भी ₹500 एक मोटरसाइकिल का चालान करें, यह तो इतिहास के पन्नों में पहली बार सुनने को आ रहा है।


नगरपालिका इस तरीके से कृत्य करने का अंजाम कर रही है तो पुलिस को उसके खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए और जिस तरीके से एक संगठित गिरोह बनाकर गुंडागर्दी करने का काम चौमूँ की सड़कों के ऊपर देखने को मिल रहा है, वह निंदनीय है। अगर पुलिस (Police) को लगता है कि ट्रैफिक व्यवस्था माकूल होनी चाहिए, तो पुलिस का काम है कि वह नो पार्किंग (Parking) जोन घोषित करें और नो पार्किंग (Parking) के अंदर जो पार्किंग करते हैं, पुलिस चालान करें।
लेकिन नगरपालिका को ये अधिकार किसने दे दिया कि वह ₹500 की रसीद काटे। मैंने उच्च अधिकारियों से भी इस विषय मे बात की है और 2 मार्च को विधानसभा सत्र के दौरान भी इस विषय को रखने का काम करूंगा। लेकिन पुलिस और नगर पालिका के अधिकारियों की मिलीभगत से और पुलिस उसकी ढाल बन के खड़ी है, यह तो मेरे ख्याल से निंदनीय है।