साल का पहला पर्व मकर संक्रांति (Makar Sankranti 2022) ही आता है। इस बार मकर संक्रांति 14 जनवरी, शुक्रवार के दिन मनाई जाएगी। मकर संक्रांति हिंदुओं का प्रमुख त्योहार (Festival) है। पौष मास में इस दिन सूर्यदेव उत्तरायण होकर मकर राशि में प्रवेश करते हैं। इसलिए इसे मकर संक्रांति (Makar Sankranti) के नाम से जाना जाता है।
इस वर्ष मकर संक्रांति (Makar Sankranti) का पुण्य काल दोपहर 02.43 बजे से शाम 06.04 बजे तक है। मकर संक्रांति पर स्नान और दान जैसे कार्यों का विशेष महत्व माना जाता है। यह त्योहार अलग-अलग शहरों में अलग नामों से मनाया जाता है। ऐसा माना जाता है कि इस दिन किए गए दान का फल बाकी दिनों की तुलना में कई गुना अधिक होता है। वह जातकों को शनि और राहु की पीड़ा से भी मुक्ति मिलती है।
मकर संक्रांति (Makar Sankranti) के दिन गुड़, घी, नमक और तिल के अलावा काली उड़द की दाल, चावल आदि का दान किया जाता है। इस दिन महिलाये अपने से बुजुर्ग महिलाओं को भेंट स्वरूप कपडे, वस्तुएं व पैसे देकर उनसे सदा सुहागिन का आशीर्वाद लेती है।
मकर संक्रांति (Makar Sankranti) पर कई जगहों पर पतंगबाजी भी की जाती है। जयपुर जिले में भी मकर सक्रांति पर पतंगबाजी (Kite Festival) की जाती है। इस दिन लोग परिवार सहित पतंगबाजी का आनंद लेते छतो पर देखें जाएंगे। पतंगबाजी को लेकर जिला कलेक्टर ने 31 जनवरी 2022 तक प्रातः 6:00 से 8:00 व शाम 5 से 7 पतंगबाजी पर प्रतिबंध लगाया है। रेलवे ने रेलवे ट्रैक के आस पास नहीं जाने की अपील की है। इसी प्रकार बिजली विभाग ने भी पतंगबाजी के समय सावधानी बरतने की अपील की है।