जयपुर। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा (Chief Minister Bhajanlal Sharma) ने कहा कि बढ़ता प्रदूषण, जलवायु परिवर्तन और संसाधनों का अंधाधुंध दोहन हमारी धरती को दिन-प्रतिदिन कमजोर बना रहा है। उन्होंने कहा कि ऐसे में हम सभी का कर्तव्य है कि मिलकर पर्यावरण को बचाने के लिए सार्थक प्रयास करें। शर्मा ने कहा कि हम सब मिलकर पर्यावरण और अपने स्वास्थ्य की सुरक्षा का संकल्प लें और हरा-भरा व स्वस्थ भविष्य सुनिश्चित करें। प्रकृति को बचाने के लिए बदलाव की शुरूआत हमें स्वयं से ही करनी होगी।
मुख्यमंत्री (Chief Minister) ने शनिवार को जयपुर के एसएमएस स्टेडियम से हिन्दू आध्यात्मिक एवं सेवा मेला तथा आइएमसीटी फाउण्डेशन द्वारा पर्यावरण सरंक्षण के लिए आयोजित साइकिल रैली को हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि ऐसे कार्यक्रम पर्यावरण संरक्षण के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाते हैं तथा हमें स्वास्थ्य के प्रति जागरूक भी करते हैं। इनसे हम शारीरिक रूप से तो स्वस्थ रहते ही हैं साथ ही, हमारा मानसिक स्वास्थ्य भी अच्छा रहता है।
12 हजार से अधिक लोगों ने साइक्लोथोन (Cyclothon) में लिया भाग:
राइड फॉर ए ग्रीन फ्यूचर (Ride for a Green Future), पैडल फॉर द प्लेनेट (Paddle for the Planet) तथा चलो प्रकृति की ओर (Chalo Prakriti Ki Or) के संदेश के साथ द्वितीय साइक्लोथोन (Cyclothon) में 12 हजार से अधिक युवाओं, महिलाओं, बजुर्गों तथा बच्चों ने उत्साह के साथ भागीदारी की। यह साइकिल रैली (cycle rally) एसएमएस स्टेडियम से प्रारंभ होकर अल्बर्ट हॉल पर समाप्त हुई।
शर्मा ने कहा कि हम सबका यह सामूहिक दायित्व है कि हम पर्यावरण का संरक्षण करें। उन्होंने कहा कि हम अपने व्यक्तिगत जीवन में भी वाहन से प्रदूषण फैलाते हैं तो ऐसे में यह हमारी जिम्मेदारी है कि इसकी क्षतिपूर्ति करने के लिए हम अधिक से अधिक संख्या में पेड़ लगाएं एवं पर्यावरण संरक्षण के लिए सदैव तत्पर रहें।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने सभी प्रदेशवासियों से प्रकृति को नुकसान नहीं पहुंचाने तथा पर्यावरण के संरक्षण की अपील की। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा चलाए गए ‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान में हम सब बढ़-चढ़कर हिस्सा लें तथा पर्यावरण संरक्षण की तरफ कदम बढ़ाएं।
इस दौरान युवा मामले एवं खेल राज्यमंत्री के के विश्नोई, सांसद मंजू शर्मा, विधायक बालमुकंदाचार्य, जयपुर ग्रेटर नगर निगम उप महापौर पुनीत कर्णावट, पर्यावरणविद तथा बड़ी संख्या में युवा एवं आमजन उपस्थित रहे।