मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने जयपुर में महावीर पब्लिक स्कूल में राजस्थान जैन सभा द्वारा आयोजित ‘सामूहिक क्षमापन पर्व समारोह’ को संबोधित करते हुए कहा कि जैन धर्म में क्षमा याचना का बहुत महत्व है। 

उन्होंने कहा कि जैन धर्म ने पूरे विश्व को शांति और सद्भाव का संदेश दिया है। 

 उन्होंने  क्षमा को सबसे महत्वपूर्ण बताया और  जाने-अनजाने में हुई गलतियों के लिए क्षमा मांगी। 

उन्होंने ने कहा कि जैन धर्म का दशलक्षण पर्व मानवता के लिए प्रेरणास्त्रोत है। 

मुख्यमंत्री ने कहा कि संतों और ऋषि-मुनियों ने देश की गौरवशाली संस्कृति एवं परम्पराओं को संरक्षित रखने का महती कार्य किया है। 

मुनि शशांक सागर, पावन सागर एवं समत्व सागर महाराज ने अपने उद्बोधन में मुख्यमंत्री के व्यक्तित्व को रेखांकित करते हुए उनकी सादगी-सहृदयता की सराहना की। 

मुख्यमंत्री ने सोलहकारण व्रत के 32 एवं 16 उपवास, दशलक्षण पर्व के 10 उपवास करने वाले त्यागीवृत्तियों का सम्मान भी किया। 

मुख्यमंत्री ने समाज की मांग पर जैन छात्रावास के लिए जमीन आवंटन करने का सकारात्मक आश्वासन भी दिया।