जयपुर। राजस्थान उच्च न्यायालय (Rajasthan High Court) की प्लेटिनम जुबली समारोह (Platinum Jubilee Celebrations) के उपलक्ष्य में रविवार की सुबह माननीय मुख्य न्यायाधिपति मनिंद्र मोहन श्रीवास्तव के मुख्य आतिथ्य में “रन फोर लीगल एड” (Run for Legal Aid) स्मॉल डिस्टेंस मेराथन दौड़ का आयोजन किया गया। मैराथन का आयोजन उच्च न्यायालय परिसर, झालामंड से शुरू होकर शताब्दी सर्कल, झालामंड सर्कल से राजस्थान राज्य न्यायिक अकादमी तक किया गया। मैराथन (Marathon) का आग़ाज मुख्य न्यायाधिपति मनिंद्र मोहन श्रीवास्तव ने बैलून उड़ाकर व हरि झंडी दिखाकर किया।
मुख्य न्यायाधिपति मनिंद्र मोहन श्रीवास्तव ने कहा कि ‘रन फोर लीगल एड’ (Run for Legal Aid) के आयोजन का उद्देश्य यह है कि ग़रीब वर्ग किसी भी आर्थिक व सामाजिक वजह से न्याय से वंचित ना रहे। उन्होंने कहा कि इस आयोजन से ये संदेश देना चाहते है कि आम जनता तक विधिक सेवा पहुँचाने के लिये हम सभी प्रतिबद्ध व संकल्पित है। हम समाज के हर व्यक्ति तक विधिक जागरूकता पहुँचाने के लिए पूर्ण रूप से प्रयासरत है। मुख्य न्यायाधिपति ने कहा कि दिव्यांगजन तक भी विधिक संबंधी सभी जानकारियां व सुविधायें उपलब्ध करवाने के लिए भी हम पूर्ण रूप से प्रयासरत है।
इस अवसर पर न्यायाधिपति पुष्पेंद्र सिंह भाटी, न्यायाधिपति दिनेश मेहता, न्यायाधिपति मदन गोपाल व्यास, न्यायाधिपति अरुण मोंगा, न्यायाधिपति फरजंद अली, न्यायाधिपति कुलदीप माथुर, न्यायाधिपति रेखा बोराणा, न्यायाधिपति नुपुर भाटी, न्यायाधिपति योगेंद्र कुमार पुरोहित, उच्च न्यायालय के रजिस्ट्री की अधिकारी सहित राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, राज्य न्यायिक अकादमी के अधिकारीगण व कर्मचारीगण, लॉयर एसोसिएशन के अध्यक्ष आनंद पुरोहित, एडवोकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष रत्ना राम ठोलिया, वरिष्ठ अधिवक्ता व समस्त अधिवक्तागण उपस्थित थे।
इस दौरान डॉ. रक्षा व्यास द्वारा सीपीआर का लाइव प्रशिक्षण देकर सभी को जागरूक किया गया। मैराथन (Run for Legal Aid) के विजेता प्रथम अमन बिश्नोई, द्वितीय निमन्यु प्रशांत भारद्वाज, तृतीय नत्थूराम रहे।